इम्फाल।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फलीस्तीन के दौरे को ऐतिहासिक बताते हुए मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने कहा है कि उनकी तमन्ना है कि उनका ये दौरा फलस्तीन-इजराइल के बीच शांति कायम करने में कामयाब रहे और इसके लिए प्रधानमंत्री को नोबेल शांति पुरस्कार मिले।
डॉ. हेपतुल्ला ने शनिवार को कहा कि इस वक्त दुनिया में मोदी के अलावा कोई ऐसा नेता नहीं है, जिस पर फलीस्तीन और इजराइल के लोगों को भरोसा है।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रह चुकी डॉ. हेपतुल्ला के अनुसार फलस्तीन-इजराइल विवाद को मोदी बहुत अच्छे तरीके से हल कर सकते हैं तथा हिन्दुस्तान और इजराइल के संबंध जो महात्मा गांधी के जमाने से अच्छे रहे, वे नई बुंलदियों को छू सकते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के तहत शनिवार को फ़लस्तीन के रामल्लाह पहुंचे। प्रधानमंत्री 9 फरवरी से फ़लस्तीन, ज़ॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात के अपने चार दिवसीय दौरे पर हैं। शनिवार को वो फ़लस्तीन क्षेत्र में गज़ा पट्टी पर स्थित रामल्लाह पहुंचे।
class="twitter-tweet"> Threshold of history. After a fruitful time spent in
href="https://twitter.com/hashtag/Jordan?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Jordan PM
href="https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw">@narendramodi departs for Palestine to meet President Abbas and visit the Mausoleum and museum of late President Yasser Arafat.
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Raveesh Kumar (@MEAIndia)
href="https://twitter.com/MEAIndia/status/962240410113409026?ref_src=twsrc%5Etfw">February 10, 2018