गंगटोक
सिक्किम में मणिपूर की हिंदी भाषा लेखिका डा. गोमा अधिकारी ने नेपाली साहित्य को हिंदी साहित्य में जोड़ने की कड़ी के रूप में नेपाली पुस्तक भारतीय नेपाली साहित्य में विश्लेषणात्मक इतिहास लिखा है। उनकी नई पुस्तक का शहर के डेपलपमेंट जीवन थिंग मार्ग स्थित नेपाली साहित्य परिषद के प्रेक्षागृह में लोकार्पण हुआ।
वरिष्ठ साहित्यकार रुद्र पौड्याल की अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम में फिल्म निदेशक एवं निर्माता चुन्नी लाल घिमिरे, साहित्यकार राज के श्रेष्ठ, साहित्यकार डा. सीताराम अधिकारी व अर्जुन पीयूष ने लोकार्पण किया। लेखिका डा. अधिकारी ने नेपाली भाषियों को सीधे नेपाली भाषा के साथ जोड़ने की मानसिकता भारत में सामान्य है। लेकिन भारतीय नेपाली साहित्य में अलग प्रकार की वस्तुएं और लेख पाए जाते हैं।
जिसकी जानकारी हिंदी भाषियों को नहीं है। जिसके चलते सच्चाई को हिंदी साहित्य में पहुंचाने के लिए यह पुस्तक सेतू के रूप में काम करेगी। इस पुस्तक का अनुवाद हिंदी में होगा। उन्होंने स्वयं के हिंदी भाषा विषय में स्नातकोत्तर होने तथा खुद ही अनुवाद करने की जानकारी दी।