दार्जिलिंग।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले वर्ष अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर चार माह तक जारी आंदोलन में मारे गए नौ लोगों के परिजनों को बुधवार को दो दो लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी।
इसकी मांग गोरखा जन मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) काफी लंबे समय से कर रहा था। बनर्जी ने अनुदान राशि वितरित करने के बाद लोगों से शांति से रहने और राज्य के सर्वांगीण विकास में सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों में सहयोग देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि राज्य में बाहर से काफी पर्यटक आते हैं और यदि वे अपने आपको सुरक्षित महसूस करेंगे तो इनकी संख्या में और इजाफा होगा और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। इस कार्यक्रम में जीटीए बोर्ड के अध्यक्ष बिनय तमांग ने कहा कि दार्जिलिंग के मामलों में सिक्किम की तरफ से किसी भी तरह का कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, जिस प्रकार हम सिक्किम के मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं तो उसी तरह यह चाहते हैं कि वह भी हमारे मामलों में कोई दखल नहीं दे।' उनका यह बयान इस संदर्भ में आया है कि उनके पूर्व नेता बिमल गुरूंग ने इस आंदोलन के दौरान पुलिस से बचने के लिए सिक्किम में शरण ली थी।